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भांडाशाह जैन मंदिर

  भांडाशाह जैन मंदिर भांडाशाह जैन मंदिर भांडाशाह जैन मंदिर भांडाशाह जैन मंदिर उपनाम घी वाला मंदिर स्थान बीकानेर निर्माण घी व्यवसायी भांडाशाह औसवाल द्वारा समय सन् 1411 (वि.स. 1468) समर्पण जैन धर्म के पाँचवे तीर्थंकर सुमतिनाथ को वास्तुकला मंदिर की वास्तुकला में जैन शैली की विशेषताएँ हैं, जिसमें नक्काशीदार स्तंभ और सुंदर मूर्तियाँ शामिल हैं। महत्व यह मंदिर धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।

मायावी नौकरियाँ: भारतीय श्रम बाजार की चुनौतियाँ

Q.1 What are the reasons for high economic growth as well as increasing unemployment in the countryWhat efforts are currently being made to reduce it?100W,10M प्रश्न.1 उच्च आर्थिक विकास के साथ ही देश में बढ़ती बेरोजगारी के क्या कारण है ?वर्तमान में इसे कम करने हेतु क्या प्रयास किए जा रहे है ? UPSC और RAS Mains उत्तर लेखन के लिए कुछ महत्वपूर्ण टैग्स निम्नलिखित हैं:                                          1. Introduction: उत्तर की शुरुआत में विषय का संक्षिप्त परिचय दें।                                                                    2. Body: Background: विषय का ऐतिहासिक या सैद्धांतिक संदर्भ।                                  ...

RPSC RAS Vacancies for 2024 - 733 posts

RPSC Announces 733 RAS Vacancies for 2024 The Rajasthan Public Service Commission (RPSC) has recently announced a golden opportunity for aspiring civil servants. With a total of  733 vacancies for the Rajasthan Administrative Services (RAS) in 2024, this is your chance to make a significant impact in the administrative framework of Rajasthan. Key Details of the RAS 2024 Recruitment Detail Information Total Vacancies 733 Application Start Date 19th September 2024 Application End Date 18th October 2024 Prelims Exam Date 2nd February 2025 Eligibility Criteria Bachelor's degree, Age: 21-40 years Selection Process Prelims, Mains, Interview Official Website RPSC Official Website Eligibility Criteria To apply for the RAS exam, candidates must meet the following criteria: Educational Qualification: A bachelor's degree from a recognized university. Age Limit: ...

Hindi में hero telegram channel

 Hindi में hero telegram channel Channel link - click here   hindi में हीरो “📚 राजस्थान पुलिस SI, पटवारी 2024, LDC 2023 और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक-स्थान पर तैयारी करें! 📚” Tag- hindi grammar(हिंदी व्याकरण) part-1 sandhi (संधि),sandhi viched (संधि-विच्छेद) hindi vyakarn, hindi grammar, हिंदी व्याकरण, sandhi, sandhi viched, संधि-विच्छेद part-3 || types of swar sandhi संधि संधि के प्रकार || संधि के भेद || types of sandhi,in hindi,in sanskrit संधि के भेद, types of sandhi, types of sandhi in hindi, types of sandhi in sanskrit, vyakaran, sugauli sandhi, sandhi viched in hindi, yan sandhi, vyakaran in hindi, hindi sandhi, sandhi viched online, vriddhi sandhi, vyakaran hindi, vridhi sandhi, hindi basic grammar, jal sandhi, sandhi in hindi grammar, sandhi viched in hindi tricks, pariksha ka sandhi vichchhed, pavitra ka sandhi viched, paropkar ka sandhi viched, hindi mein sandhi, ka sandhi viched, hindi vyakaran mein, hindi grammar in hindi, sachitra hindi vyakaran navyug h...

conjection of phonemes - संधि एवं संधि विच्छेद for all exams

संधि एवं संधि विच्छेद (conjection of phonemes ) संधि विच्छेद संधि शब्द सम् + धा + कि = सम् + धा + इ से बना है । संधि एवं संधि विच्छेद संधि (conjection of phonemes) की परिभाषा  On this Page: जब दो या दो से अधिक वर्ण पास पास आते हैं तो कभी-कभी उनमें रूपांतरण हो जाता है इसी रूपांतरण को संधि कहते हैं। संयोग(sayog) ध्वनियों के पास पास आने के उपरांत भी यदि उनमें परिवर्तन ना हो तो उसे संधि नहीं संयोग कहा जाता है I उदाहरण- युगांतर - युग + अंतर (संधि है )                युगबोध - युग + बोध (संयोग है ) संधि के प्रकार (Type of sandhi ) स्वर संधि व्यंजन संधि विसर्ग संधि अपवाद स्वरूप हिंदी में कुछ और भी संधि प्रचलित हैं। स्वर संधि (vowal sandhi ) दो स्वरों के मेल से उत्पन्न हुआ विकार स्वर संधि कहलाता है स्वर संधि के पांच प्रकार होते हैं। दीर्घ स्वर संधि गुण स्वर संधि वृद्धि स्वर संधि यण् स्वर संधि अयादि संधि Recall - हिंदी में कुल 11 स्वर ( अ, आ, ऑ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ ) प्रचलित में है लेक...

Hostel warden 2023 CET based Exam 15 guna list jari

  Hostel warden  राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड राज्य कृषि प्रबंध संस्थान परिसर, दुर्गापुरा, जयपुर-302018, फोन - 0141-2552796 छात्रावास अधीक्षक ग्रेड-II सीधी भर्ती-2024 हेतु समान पात्रता परीक्षा (स्नातक स्तर)-2022 में सम्मिलित 15 गुणा अभ्यर्थियों के रोल नम्बर किये जारी।  Pdf download -   click here  राजस्थान समाज कल्याण अधीनस्थ सेवा नियम-1963 यथा संशोधित एवं राजस्थान अनुसूचित क्षेत्र अधीनस्थ, मंत्रालयिक एवं चतुर्थ श्रेणी सेवा (भर्ती एवं सेवा की अन्य शर्ते) नियम, 2014 के अन्तर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के लिए छात्रावास अधीक्षक ग्रेड-I॥ सीधी भर्ती-2024 के कुल 335 (NTSP-314 व TSP-21) पदो पर भर्ती परीक्षा आयोजित करवाने हेतु समान पात्रता परीक्षा (स्नातक स्तर)-2022 में सम्मिलित अभ्यर्थियों में से लगभग 15 गुणा अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा हेतु सूचीबद्ध किया गया है। इन अभ्यर्थियों की कट-ऑफ मार्क्स एवं रोल नम्बर रोल क्रमशः निम्नानुसार है:- CATEGORY CUTOFF GEN 203.2497 FEM 203.2497 GEN WID. 203.2497 DIV. 203.2497 EX 203.2497 EWS GE...

Dholpur - धौलपुर में क्रांति 1857

धौलपुर और 1857 (12 अक्टूबर, 1857 ई.) Dholpur - धौलपुर में क्रांति 1857 Dholpur - धौलपुर में क्रांति 1857 धौलपुर का शासक भगवन्तसिंह अंग्रेजों का समर्थक था. उसने मथुरा और करौली में क्रांतिकारियों को दबाने के लिए सेना भेजी और धौलपुर आने वाले अंग्रेजों को सुरक्षित आगरा पहुँचाया, लेकिन राज्य की सेना और सरदारों पर विद्रोहियों का प्रभाव था। गुजर नेता देवा ने 3000 सैनिक इकट्ठे कर राज्य खजाने से दो लाख रुपए लूट लिए। अक्टूबर 1857 में ग्वालियर और इन्दौर के विद्रोहियों के धौलपुर में प्रवेश करने पर राज्य को सेना के अधिकांश सैनिक एवं अधिकारी इनसे मिल गए। धौलपुर के शासक को मार डालने की धमकी दी गई। राव रामचन्द्र और हीरालाल के नेतृत्व में 1000 क्रांतिकारी राज्य की तोपें लेकर आगरा कूच कर गए और आगरा पर आक्रमण किया। दिसम्बर, 1857 तक धौलपुर का शासक शक्तिहीन और क्रांतिकारियों के अधीन रहा। अंत में पटियाला की सेना ने धौलपुर को क्रांतिकारियों के कब्जे से मुक्त करवाया। Q ➤ 1857 के विद्रोह के दौरान निम्नलिखित में से किस ठिकानेदार ने तांत्या टोपे की सहायता की थी-[कॉलेज व्याख्याता (इतिहास) - 2016) Ans ➤...

Beawar - ब्यावर छावनी में 1857 का विद्रोह

Beawar - ब्यावर छावनी में 1857 का विद्रोह Beawar - ब्यावर छावनी में 1857 का विद्रोह खेरवाड़ा की तरह ही ब्यावर छावनी ने 1857 के विद्रोह में भाग नहीं लिया था। ब्यावर नगर को सबसे पहले फौजी छावनी के रूप में ही इसके संस्थापक चार्ल्स जैम्स डिक्सन एक फौजी हुक्मरान ने बसाया था। मेरवाड़ा में मेर व मीणों के उपद्रव को शांत करने के लिए 'मेरवाड़ा-बटालियन' गठित की गई जिसका सम्पूर्ण खर्च जोधपुर और उदयपुर राज्यों पर थोप दिया गया था। ब्यावर में मेरवाड़ा बटालियन 1822   में स्थापित की गई।  कमिश्नर डिक्शन ने ब्यावर से दो मेर रेजीमेन्ट के सैनिकों को अजमेर बुला लिया । लेफ्टिनेन्ट कारनेल के नेतृत्व में मेर रेजीमेन्ट ने अजमेर की सुरक्षा का भार सम्भाल लिया। 15यों नेटिव इन्फैन्ट्री को सैनिक टुकड़ियों को नसीराबाद स्थानान्तरित कर दिया गया जहाँ उनके शेष साथी तैनात थे। Q ➤ Beawar( ब्यावर) छावनी कहाँ स्थित है? Ans ➤ अजमेर 👁 Show Answer Q ➤ 1857 के विद्रोह के समय राजस्थान में कितनी छावनियाँ थीं और उनमें से कौन-कौन ने विद्रोह में भाग नहीं लिया? Ans ➤ खेरवाड़ा और ब्यावर छावनी ने 👁 Show Answ...

Plane mirror - उत्तल व अवतल दर्पण तथा इसके उपयोग

समतल दर्पण - उत्तल व अवतल दर्पण तथा इसके उपयोग समतल दर्पण-  प्रतिबिम्ब सीधा, आभासी, वस्तु के बराबर, पार्श्व परावर्तित व दर्पण के पीछे बनता है। इसमें प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर वस्तु (बिम्ब) दर्पण के सामने स्थित हो।  समतल दर्पण का आवर्धन गुणांक (m) = 1 होता है। On this Page: पार्श्व परावर्तन- समतल दर्पण के समान्तर रखी किसी आकृति का दायां भाग बायां और बायां भाग दायां दिखाई देता है इस घटना को पार्श्व परावर्तन कहते है।                                    q  |  p रोगी वाहनों पर AMBULANCE शब्द पार्श्व परावर्तन के कारण उल्टा लिखा जाता है। ताकि वाहन चालक को दर्पण में सीधा प्रतिबिम्ब दिखाई दे सके।   नोटः- समतल दर्पण द्वारा व्यक्ति के स्वयं का पूर्ण प्रतिबिम्ब देखने के लिए समतल दर्पण की लम्बाई उस व्यक्ति की लम्बाई आधी होनी चाहिए। यदि आपतित किरण को नियत रखते हुए दर्पण को θ° कोण से घूमा दे तो परावर्तित किरण 2θ कोण से घूम जाती है। यदि द...

composting - vermicompost, gobar biogas

जैविक अपशिष्टों का निस्तारण   जैविक अपशिष्टों का निस्तारण: कम्पोस्टिंग On this Page: जैविक अपशिष्टों का निस्तारण एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय चिंता है, क्योंकि ये अपशिष्ट प्रदूषण का कारण बन सकते हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं।  जैविक अपशिष्टों के प्रबंधन के लिए एक कारगर तरीका कम्पोस्टिंग है।  कम्पोस्टिंग एक प्रक्रिया है जिसमें जैविक अपशिष्टों को पोषक तत्वों में तोड़ा जाता है, जिनका उपयोग पौधों को उगाने और पोषण देने के लिए किया जा सकता है। कम्पोस्टिंग की प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हैं: 1. अपशिष्ट संग्रह: जैविक अपशिष्टों को एकत्र कर एक निर्दिष्ट स्थान पर रखा जाता है। 2. अपशिष्ट का टुकड़ा करना: बड़े टुकड़ों को छोटे टुकड़ों में काटा या टुकड़ा किया जाता है, जिससे कम्पोस्टिंग की प्रक्रिया तेज हो सके। 3. हवा देना: अपशिष्ट में हवा मिलाने से बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीवों को अपशिष्ट को तोड़ने में मदद मिलती है। 4. कम्पोस्ट की ढेर लगाना: अपशिष्ट को एक ढेर में व्यवस्थित किया जाता है, जिसे हवा देने और सूक्ष्मजीवों की क्रिया के लिए पर्याप्त हवा की आपूर्ति स...